मैं नए रोल में आया हूं.... दुगनी ताकत और ऊर्जा से काम करने की कोशिश करूंगा: कलेक्टर रोशन कुमार सिंह
उज्जैन। कलेक्टर रोशन कुमार सिंह नए दायित्व का दायित्व को संभालने के दूसरे दिन पत्रकारों से रूबरू हुए। उन्होंने अपनी मंशा व्यक्त करते हुए कहा कि "मैं एक नए रोल में आया हूं"। मैं सौभाग्यशाली हूं कि महाकाल की नगरी में नए दायित्व को दुगनी ताकत और ऊर्जा के साथ करने की कोशिश करूंगा।
उन्होंने कहा कि हमारे सामने सिंहस्थ 2028 की चुनौती है। यह महापर्व भव्य और दिव्य रूप में मने। इसके लिए देश - विदेश आने वाले धार्मिक जनों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने की हमारी कोशिश रहेगी। वह अपने अच्छे अनुभव और छवि लेकर जाए यही हमारा प्रयास होगा।
पूरी क्षमता, दक्षता से सिंहस्थ के काम पूरे होंगे
सिंहस्थ के कार्यों के पिछड़ने, प्रशासनिक अधिकारियों में समन्वय का अभाव और गुणवत्ता के बारे में जब उनका ध्यान आकर्षित किया गया तो कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि हम सभी विभागों के प्रशासनिक अधिकारियों के बीच समन्वय बनाकर उन्हें निर्धारित समय/ अवधि में पूरी दक्षता, क्षमता और गुणवत्ता के साथ पूरा करवाएंगे। भले ही अभी आपको ऐसा लगता है किंतु जब सभी अधिकारी एक साथ मिलकर काम करेंगे तो सारे काम निश्चित समयावधि में पूरे हो जाएंगे।
आम जन की आवाज बनेंगे
उन्होंने जनसुनवाई को सकारात्मक के साथ लेने की बात कही है। वे मानते हैं कि हमारी किसी कमी की वजह से समस्याएं अनसुलझी है तो हम उसको फोकस कर उसे पूरा करेंगे। जनसुनवाई का एक उदाहरण देते बताया कि मान लीजिए किसी तहसील से जनसुनवाई में अधिक शिकायतें आ रही है तो यह माना जाएगा कि कोई कमी हमारे अधिकारी की रही है और उन्होंने पूरी तल्लीनता से उसे पूरा नहीं किया है। हम उसमें सुधार का प्रयास करेंगे। दिशा-निर्देश देंगे।
मैं साइकिल पर भी घूमा हूं...
श्री सिंह ने कहा कि वे नगर के चप्पे- चप्पे से परिचित है। उज्जैन नगर निगम में निगम आयुक्त होने से भी में इस शहर से वाकीफ हूं। मैं शहर में साइकिल पर भी घूम चुका हूं। नगर निगम आयुक्त होने के नाते शहर की समस्याओं से रूबरू भी हुआ हूं। उनका कहना है कि चाहे नगर की यातायात की व्यवस्था हो या अतिक्रमण की। यह कार्य जन सहयोग के बगैर नहीं होगा। अच्छे नागरिक अपने दायित्व को निभाएं और प्रशासनिक अधिकारी कड़ी कार्रवाई कर हम सकारात्मक परिणाम ला सकते हैं।
सिंहस्थ कार्यों का अवलोकन कराएंगे
उन्होंने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि सिंहस्थ के निर्माण कार्यों को सूचीबद्ध किया जाएगा। कहां, किस विभाग द्वारा, कितने कार्य कराए जा रहे हैं, पत्रकारों को आमंत्रित कर उनका अवलोकन भी कराएंगे।
पत्रकारों से संवाद रहेगा
प्रेस और प्रशासन के बीच समन्वय की वकालत करते हुए श्री सिंह ने कहा मैं मानता हूं कि प्रेस और प्रशासन में समन्वय होना चाहिए। मैं आपके जनसंपर्क विभाग में भी अपनी सेवाएं दे चुका हूं। मैं उनकी भावनाओं को भी समझता हूं। समय-समय पर पत्रकारों से उनकी जिज्ञासाओं के समाधान के लिए संवाद होता रहेगा। उनकी कोशिश होगी कि सोमवार, मंगलवार और गुरुवार के दिन पत्रकारों के लिए दरवाजे खुले रहे। कहीं कोई औपचारिकता की जरूरत नहीं होगी।